Advertisement
30 April 2015

देशव्यापी बस हड़ताल, यात्री परेशान

पीटीआाइ

इस बीच केंद्र ने निजी ऑपरेटरों और राज्य परिवहन निगमों के कर्मचारियों से हड़ताल समाप्त करने के लिए कहा है। केरल में बस, टैक्सी और ऑटोरिक्शा जैसे सार्वजनिक परिवहन के साधन सड़कों से गायब थे हालांकि निजी वाहनों का परिचालन जारी था। सड़क परिवहन और सुरक्षा विधेयक, 2015 के विरोध में एटक, सीटू, बीएमएस, इंटक, एचएमएस, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ जैसे केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और राज्य स्तर के संगठनों ने संयुक्त रूप से हड़ताल का आवान किया है।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उनकी चिंताओं को अपरिपक्व करार देते हुए हड़ताल समाप्त करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विधेयक पर सभी संबद्ध संगठनों के साथ विचार विमर्श किया जाएगा। तिरूवनंतपुम में केरल राज्य परिवहन निगम की बसों पर निर्भर यात्रियों को बसें नहीं चलने के कारण अपने कार्यस्थलों पर पहुंचने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

बुधवार आधी रात से हड़ताल शुरू होने के बाद से राज्य के किसी भी हिस्से से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। हड़ताल की वजह से राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में आयोजित होने वाली परिक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। कर्नाटक के कई हिस्सों में बस और ऑटोरिक्शा जैसे सार्वजनिक परिवहन की सेवाएं प्रभावित रहीं। बेंगलुरू, हुब्बल्ली, बेल्लारी, रायचूर और मैसूरू समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों से सार्वजनिक परिवहन की बसों पर पथराव की घटनाएं मिली हैं।

Advertisement

परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वह आवश्यकता के अनुसार बसों का परिचालन कर रहे हैं क्योंकि बस स्टैंड तक आने वाले यात्रियों की संख्या कम है। उन्होंने आगे कहा कि वह कर्मचारियों को ड्यूटी पर जाने और जनता के लिए बाधा नहीं खड़ी करने के लिए समझाने की भी कोशिश कर रहे हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: परिवहन हड़ताल, केरल, कर्नाटक, टैक्सी, बस, ऑटोरिक्शा, एटक, सीटू, बीएमएस, इंटक, एचएमएस, एआईसीसीटीयू, नितिन गडकरी, transport strike, kerala, karnataka, bus, taxi, autorickshaw, AITUC, BMS, CITU, INTUC, HMS, aaisisitiu, nitin gadkari
OUTLOOK 30 April, 2015
Advertisement