Advertisement
16 October 2022

स्टालिन ने की हिंदी भाषा की आलोचना, पीएम मोदी को लिखा पत्र

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने रविवार को संसदीय समिति की उस "सिफारिश" का पुरजोर विरोध किया, जिसमें कहा गया था कि विशिष्ट नौकरियों के लिए उम्मीदवारों को हिंदी भाषा सीखनी चाहिए। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर, स्टालिन ने संसदीय राजभाषा समिति की एक रिपोर्ट पर मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया।

स्टालिन ने कहा, "यह बताया गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाली समिति ने भारत के राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ यह सिफारिश की गई है कि हिंदी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा का अनिवार्य माध्यम होना चाहिए। केंद्र सरकार जैसे आईआईटी, आईआईएम, एम्स और केंद्रीय विश्वविद्यालयों और हिंदी को अंग्रेजी की जगह लेनी चाहिए।"

इसमें यह सिफारिश भी शामिल है कि केन्द्रीय विद्यालयों सहित सभी तकनीकी, गैर-तकनीकी संस्थानों और केंद्र सरकार के सभी संस्थानों में हिंदी को शिक्षा का माध्यम बनाया जाए।

मुख्यमंत्री, जो सत्तारूढ़ द्रमुक के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि पैनल द्वारा यह सिफारिश की गई है कि, "युवा कुछ नौकरियों के लिए तभी पात्र होंगे जब उन्होंने हिंदी का अध्ययन किया हो। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रस्ताव संविधान के संघीय सिद्धांतों के खिलाफ हैं और इससे देश के बहुभाषी ताने-बाने को नुकसान ही होगा।

मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि उस रिपोर्ट में अनुशंसित विभिन्न तरीकों से हिंदी को "थोपने" के प्रयासों को आगे नहीं बढ़ाया जाना चाहिए और "भारत की एकता की गौरवमयी लौ को हमेशा ऊंचा रखा जा सकता है।" स्टालिन ने मांग की कि सभी भाषाओं को केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Stalin, PM Modi, Tamilnadu, Dramuk, Hindi, PMO
OUTLOOK 16 October, 2022
Advertisement