Advertisement
03 November 2016

मोदी की वजह से नहीं लिया रामनाथ गोयनका पुरस्कार

एक वेबसाइट से बातचीत में पत्रकार अक्षय मुकुल ने कहा, ‘रामनाथ गोयनका पुरस्कार पा कर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं लेकिन नरेंद्र मोदी के हाथों मैं यह पुरस्कार नहीं ले सकता।’ यह पुरस्कार समारोह कल यानी दो नवंबर को दिल्ली में हुआ था। अभय को उनकी किताब गीता प्रेस एंड द मेकिंग ऑफ हिंदू इंडिया के लिए दिया गया था। उनके लिए यह पुस्कार किताब के प्रकाशक हार्पर कॉलिन्स इंडिया के प्रधान संपादक कृष्ण चोपड़ा ने लिया। 

 

इससे पहले समाचार पत्रिका कारवां से बातचीत में मुकुल ने कहा था,  'मोदी और मैं एक साथ एक फ्रेम में मौजूद होने के विचार के साथ मैं जीवन नहीं बिता सकता।' बस उन्हें पुरस्कार पाने वाली शख्सियत से परहेज है। रामनाथ गोयनका पुरस्कार समारोह में की अध्यक्षता अक्सर प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति या देश के मुख्य न्यायाधीश करते हैं. यह पुरस्कार इंडियन एक्सप्रेस समूह द्वारा इसके संस्थापक रामनाथ गोयनका की स्मृति में दिया जाता है.

Advertisement

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: ramnath goenka, akshaya mukul, रामनाथ गोयनका, अक्षय मुकुल
OUTLOOK 03 November, 2016
Advertisement