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30 June 2016

चांदीपुर में सतह से हवा में मार सकने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण

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अधिकारियों ने कहा कि मिसाइल को आईटीआर के लाॅन्च पैड-3 पर रखा गया था। यह रेडारों से सिग्नल मिलने के बाद सक्रिय हो गई थी। मिसाइल द्वारा बंगाल की खाड़ी के उपर गतिशील हवाई लक्ष्य को अवरूद्ध किए जाने में मानवरहित वायुयान :यूएवी: बेंशी की एक अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रणाली में मिसाइल के अलावा बहु संचालनात्मक निरीक्षण और खतरे की सूचना देने वाला रेडार :एमएफ एसटीएआर: लगा है ताकि मिसाइल और उसके रास्ते की पहचान की जा सके और उसका दिशा निर्देशन किया जा सके।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन :डीआरडीओ: के वैज्ञानिक ने कहा, एमएफ-स्टार के साथ यह मिसाइल प्रयोगकर्ताओं को हवाई खतरों को अप्रभावी करने की क्षमता से लैस करेगी। डीआरडीओ की हैदराबाद स्थित भारतीय रक्षा अनुसंधान प्रयोगशाला :डीआरडीएल: ने इस्राइल एयरोस्पेस इंडस्टी के साथ मिलकर संयुुक्त रूप से यह मिसाइल विकसित की है। सतह से हवा में लंबी और मध्यम दूरी तक की मारक क्षमता रखने वाली एेसी 100 मिसाइलों का प्रति वर्ष उत्पादन करने के लिए मेसर्स भारत डायनेमिक्स लिमिटेड में एक नई उत्पादन इकाई की स्थापना की गई है। इस मिसाइल का परीक्षण बुधवारक को होना था लेकिन अंतिम समय पर इसे टाल दिया गया था।

अधिकारियों ने कहा कि इससे पहले, भारतीय नौसेना ने सतह से हवा में लंबी दूरी तक की मारक क्षमता रखने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। यह परीक्षण 30 दिसंबर 2015 को पश्चिमी समुद्री तट पर आईएनएस कोलकाता से किया गया था। उन्होंने कहा कि सतह से हवा में मारने वाली इस तरह की मध्यम दूरी की मिसाइलों की मारक क्षमता 50 से 70 किलोमीटर की होती है। ये मिसाइलें भारत के अस्त्राागार में फिलहाल मौजूद मिसाइलों के अंतर को पाट सकती हैं। प्रयोगकर्ता परीक्षण की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद इन मिसाइलों को तीनों सेवाओं में शामिल किया जाएगा। जिला राजस्व अधिकारी ने कहा कि मिसाइल का सफल परीक्षण सुनिश्चित करने के लिए बालेश्वर जिला प्रशासन ने रक्षा अधिकारियों से परामर्श करके आईटीआर के लाॅन्च पैड संख्या 3 के ढाई किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 3652 नागरिकों को अस्थायी रूप से पास के आश्रय केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया। बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित ओडिशा के तीन जिलों बालेश्वर, भद्रक और केंद्रपाड़ा के मछुआरों से कहा गया था कि वे परीक्षण के समय समुद्र में न जाएं।

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TAGS: मिसाइल, परीक्षण, ओडिशा, चांदीपुर, इ्स्राइल, साझा उपक्रम, india, odisha, chandipur, missile, land to wave, israel
OUTLOOK 30 June, 2016
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