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13 December 2019

नाग‍रिकता कानून को लेकर असम, मेघालय और त्रिपुरा में बवाल जारी, डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में ढील

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्वोत्‍तर के तीन राज्यों असम, मेघालय और त्रिपुरा में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। असम में स्‍कूलों और कॉलेजों को 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। राज्‍य में पुलिस फायरिंग में अब तक 2 लोग मारे गए हैं और 9 अन्‍य जख्मी हो गए हैं। इस बीच प्रशासन ने डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में सुबह 8 बजे से एक बजे तक ढील दी है। मेघालय में भी इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वहीं दिल्ली मे ंजामिया मिलिया के छात्रों ने भी प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर आंस गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया जिसमें कई घायल हो गए। 

डिब्रूगढ़ नगरपालिका क्षेत्र में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा हुआ था। अधिकारियों ने कहा कि सुबह 8 बजे से पांच घंटे के लिए यहां ढील रहेगी। वहीं पुलिस ने बताया कि लालुंग गांव में उन्हें गोलियां भी चलानी पड़ीं क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव किया। असम के दस जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर लगाई गई रोक की अवधि को गुरुवार की दोपहर 12 बजे से 48 घंटे के लिए और बढ़ा दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया का ‘‘दुरुपयोग’’ रोकने और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के वास्ते इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई थी। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह और राजनीतिक विभाग) संजय कृष्णा ने बताया कि लखीमपुर, धेमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और कामरूप में इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी।

हिंसा के पीछे ऑल असम स्‍टूडेंट यूनियन और अन्‍य स्‍थानीय समूहों का हाथ नहीं: सीएम

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इस बीच असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि राज्‍य में हिंसा के पीछे ऑल असम स्‍टूडेंट यूनियन और अन्‍य स्‍थानीय समूहों का हाथ नहीं है। हिंसा के पीछे 'उन नकारात्‍मक ताकतों का हाथ है जो शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों में शामिल हो गए हैं।' उन्‍होंने कहा कि हम इन नकारात्‍मक शक्तियों की पहचान कर रहे हैं। मेघालय में भी अनिश्चितकालीन कर्फ्यू के बीच प्रदर्शनों का दौर जारी है। गुरुवार को शिलॉन्ग में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बाजार इलाके में दुकानों को आग लगा दी।

नागरिकता कानून का प्रतिकूल असर नहीं: भाजपा

इस बीच असम के मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने नागरिकता संशोधन कानून पर लोगों की आशंकाओं को दूर करते हुए कहा कि इससे राज्य पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा और असम समझौते का उपबंध 6 लागू करने से ‘राजनीतिक स्थिरता’ की नयी उम्मीद जगेगी। पूर्वोत्तर में भाजपा के मुख्य रणनीतिकार सरमा ने कहा कि विधेयक के खिलाफ कुछ नाराजगी दिख रही है लेकिन उन्होंने विधेयक को ऐतिहासिक करार देते हुए विश्वास जताया कि इससे असम पर दीर्घकालिक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

असम में सेना ने भीड़ से रेल यात्रियों को बचाया

सेना ने कहा कि उसने नहारकाटिया रेलवे स्टेशन पर एक एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों को भीड़ से बचाया जो रेल के डिब्बों को आग लगाने पर उतारू थे। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि भीड़ ने नहारकाटिया में सिलचर-डिब्रुगढ ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस को घेर लिया और वे उसमें आग लगाने ही वाले थे कि सुरक्षा बल वहां पहुंच गए।

उन्होंने बताया कि रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों को बचाने के लिए तत्काल मदद का अनुरोध किया था। उन्होंने बताया कि तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए सेना और असम राइफल्स की टुकड़ियां मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने तुरंत मौके से भीड़ को खदेड़ दिया।

गुवाहाटी में दो लोगों की मौत

असम में विरोध प्रदर्शन तेज होने के बीच हजारों की संख्या में लोगों ने गुरुवार को गुवाहाटी में कर्फ्यू का उल्लंघन किया और सड़कों पर उतरे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस गोलीबारी में घायल हुए दो लोगों की मौत हो गई।

पुलिस को गुवाहाटी-शिलांग रोड सहित अन्य इलाकों में भी गोलियां चलानी पड़ी। ये क्षेत्र युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो चुके हैं क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने दुकानों और इमारतों में तोड़फोड़ करने के साथ ही सड़कों पर टायर जलाए। प्रदर्शकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प भी हुई है।

हर साल 12 दिसंबर को काला दिवसके रूप में मनाएंगे

छात्र संगठन आसू और किसान संगठन केएमएसएस ने लताशील मैदान में लोगों को जुटने का आह्वान किया था। इसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। प्रतिबंध के बावजूद भी इस रैली में फिल्म और संगीत क्षेत्र की कई हस्तियों ने हिस्सा लिया। कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ जुबीन गर्ग भी सभा में शामिल हुए।

आसू के सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य ने इस सभा में कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने असम के लोगों के साथ धोखा किया है।’’

आसू और नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (एनईएसओ) के नेताओं ने कहा कि वह हर साल 12 दिसंबर को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाएंगे।

पुलिस आयुक्त को हटाया

वहीं, प्रदर्शनों को रोकने में असफल रहने पर राज्‍य की बीजेपी सरकार ने राजधानी गुवाहाटी के पुलिस आयुक्‍त दीपक कुमार को हटा दिया है। उनकी जगह पर मुन्‍ना प्रसाद गुवाहाटी के नए पुलिस आयुक्‍त होंगे। इस बीच असम के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) मुकेश अग्रवाल को एडीजीपी (सीआईडी) के रूप में स्थानांतरित किया गया है।

कई उड़ानें रद्द-ट्रेनें रद्द, यात्री फंसे

विभिन्न एयरलाइंस ने असम के कई शहरों की उड़ानें गुरुवार को रद्द कर दीं। विस्तारा एयरलाइंस ने कहा कि उसने सरकार की सलाह पर फ्लाइट्स रद्द की हैं। इसके अलावा इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट की फ्लाइट्स भी कैंसल कर दी गई हैं। गोएयर और एयरएशिया ने यात्रा की तारीख बदलने पर लगने वाली फीस को खत्म करने की घोषणा है। इंडिगो के प्रवक्ता ने कहा कि हम गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में अटके यात्रियों के लिए अभी राहत उड़ानें चला रहे हैं, जिसके किराये की अधिकतम सीमा स्थिर है। इंडिगो ने गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और जोरहाट की फ्लाइट्स के यात्रियों के लिए 13 दिसंबर तक टिकट रद्द करने या यात्रा की तिथि बदलने के लिए फीस खत्म कर दी है।

वहीं रेलवे के मीडिया डायरेक्टर ने बताया कि जो ट्रेनें रवाना हो चुकी हैं उनमें से कोई भी ट्रेन गुवाहाटी के आगे नहीं जा रही है। उन्होंने कहा, करीब 30 ट्रेनें जो नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे से नहीं लौट सकतीं, वे दिल्ली और देश के अन्य भागों से रद्द रहेंगी। उत्तरी रेलवे ने इस तरह की तीन ट्रेनों को रद्द किया है, जिनके यात्रा शुरू होने की तिथि 15, 16,17 दिसंबर है। डिब्रूगढ़ दिल्ली डीबीआरटी राजधानी एक्सप्रेस रद्द रहेगी। यह ट्रेन फिलहाल गुवाहाटी-डिब्रूगढ़ के बीच रद्द रहेगी।

क्यों हो रहा है विरोध?

गौरतलब है कि इस कानून में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रावधान है। इस पर पूर्वोत्तर के मूल निवासियों का कहना है कि बाहर से आकर नागरिकता लेने वाले लोगों से उनकी पहचान और आजीविका को खतरा है। लिहाजा आसू और अन्य संगठन विधेयक के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।

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OUTLOOK 13 December, 2019
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