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11 July 2015

आसाराम मामले के गवाह की गोली लगने के बाद मौत

PTI/File Photo

बरेली के पुलिस क्षेत्राधिकारी मुकुल द्विवेदी ने बताया कि गम्भीर रूप से घायल स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराए गए 35 वर्षीय कृपाल सिंह की देर रात मृत्यु हो गई। पुलिस ने बताया कि कृपाल एक ट्रांसपोर्ट कंपनी का कर्मचारी था जिसके मालिक की बेटी ने 2013 में राजस्थान के जोधपुर में 74 साल के आसाराम पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। वह कभी आसाराम का विश्वासपात्र था। शुक्रवार की रात घर लौटते वक्त कैंट इलाके में मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने कृपाल को गोली मारकर गम्भीर रूप से घायल कर दिया था। नाजुक हालत में उसे बरेली के मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अपर नगर मजिस्टेट के समक्ष दर्ज बयान में कृपाल सिंह ने बताया था कि पिछले कई दिनों से आसाराम के गुर्गे शाहजहांपुर निवासी संजय, अजरून और राघव उसे धमकी दे रहे थे और गोली मारने में इन लोगों का हाथ हो सकता है। भागने से पहले दोनों हमलावरों ने कृपाल को आसाराम के खिलाफ गवाही देने को लेकर चेतावनी दी थी। गाैरतलब है कि आसाराम के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में कृपाल अहम गवाह था।  करीब तीन महीने पहले आसाराम के खिलाफ उसका बयान अदालत में दर्ज किया गया था।

आसाराम सितंबर 2013 से जोधपुर की एक जेल में बंद है। उसके बेटे नारायण साई पर गुजरात के सूरत में दो बहनों ने बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। आसाराम के मामले में गवाह पर हमले की पिछली घटना जनवरी में हुई थी जब उत्तर प्रदेश में ही उसके खानसामे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब तक नौ गवाहों पर हमले हो चुके हैं जिनमें दो की मौत हो चुकी है।

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TAGS: आसाराम बापू, दुष्कर्म, अपराध, किशोरी, उत्तर प्रदेश, Asaram Bapu, Rape Case, Witness, Attacked
OUTLOOK 11 July, 2015
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