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14 April 2015

आप बागी गुटः नई पार्टी नहीं, स्वराज यात्रा

पीटीआई

असंतुष्ट नेताओं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने मंगलवार को नए राजनीतिक दल के गठन की घोषणा तो नहीं की लेकिन उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि जल्द ही इस बाबत कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के अंदर संवाद की गुंजाइश की कमी की निंदा करते हुए कहा कि वे नया आंदोलन शुरू कर रहे हैं।

दिलचस्प यह रहा कि यादव और प्रशांत भूषण ने कहा कि वे आप पार्टी नहीं छोड़ेंगे और जोर दिया कि यह पार्टी किसी एक व्यक्ति की नहीं है। आप के असंतुष्टों द्वारा आयोजित संवाद में भूषण के स्वर खासे आक्रामक थे और उन्होंने इस संवाद में शामिल होने वालों को निष्कासित करने की धमकी देने वाले पार्टी के शीर्ष नेतत्व पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि पार्टी में बातचीत की कोई जगह नहीं है।

गुडगांव में आयोजित स्वराज संवाद में प्रशांत भूषण ने कहा कि जिस पार्टी का गठन अलग लोकतांत्रिक पार्टी के रूप में किया गया था, उसमें हाल यह है जिन्होंने सवाल उठाए उन्हें पार्टी के शीर्ष पदों से हटा दिया गया। आज,  मैंने सुना कि यह संवाद आयोजित करने के लिए हमें निष्कासित किया जा सकता है। शीर्ष (नेतृत्व) से संदेश यह है कि अगर आप पार्टी के खिलाफ आवाज उठाएंगे तो आपको बाहर कर दिया जाएगा। आप में पैदा संकट के बारे में भूषण ने कहा कि पार्टी पर कब्जा करने वालों के खिलाफ अदालत या चुनाव आयोग में जाना लंबा और अप्रिय होगा। यादव ने कहा कि इस संवाद में उपस्थिति इस बात का संकेत है कि आप में मौजूद समस्याएं केवल एक या दो लोगों तक सीमित नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी के सिद्धांतवादी कार्यकर्ता आप में हुई घटनाओं से सहमत नहीं हैं, सबसे बड़ी चुनौती आशा को टूटने से रोकना है। भूषण और यादव नई पार्टी बनाने के सवाल से बिल्कुल दूर रहे लेकिन उन्होंने नई शुरुआत के महत्व पर जोर दिया।
आगे की रणनीति का ऐलान करते हुए इन नेताओं ने देश भर में जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन करने, स्वराज संवाद शुरू करने की घोषणा की। योगेंद्र यादव ने कहा कि हमें तैयारी करने के लिए समय की जरूरत है, आज नई पार्टी के लिए दिन नहीं है। हम लोगों के लिए काम करते रहेंगे। हम यह पार्टी नहीं छोड़ेंगे, यह किसी एक व्यक्ति की नहीं है। प्रशांत भूषण ने कहा कि किसानों द्वारा झेली जाने वाली चुनौतियों तथा विकास माडलों जैसे मुद्दों पर स्वराज के जरिये नया संवाद शुरू करना होगा और समाधान निकालना होगा। इसके बाद आंदोलन शुरू करना होगा। इससे पहले आज असंतुष्टों की बैठक देशभर से आए कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में शुरू हुई, जिन्होंने इसे नई शुरुआत कहा। हालांकि आप ने इसमें शामिल होने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।

उन्होंने कहा कि उपस्थित लोगों में से 70 फीसदी लोगों की राय थी कि उन्हें आप में रहकर लड़ाई लड़नी चाहिए जबकि 25 फीसदी ने नई पार्टी बनाने की बात कही। गौरतलब है कि आप के सत्तारूढ गुट द्वारा तमाम पदों से निष्काषित किए जाने के बाद इन दोनों नेताओं के नेतृत्व में यह पहला बड़ा प्रयास था। करीब 4000 कार्यकर्ता जमा हुए थे। कई बिरादाना संगठन के प्रतिनिधि भी आए थे। जिनमें मजदूर किसान संग्राह सभा के निखिल डे ने भी संबोधित किया।  

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TAGS: आप, बागी गुट, प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, स्वराज संंवाद, निखिल डे, कार्यकर्ता
OUTLOOK 14 April, 2015
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