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11 October 2017

पीएम मोदी की देशवासियों से अपील- गांवों-शहरों को मिले समान सुविधाएं, कुम्हार से ही खरीदें दीये

File Photo

आरएसएस विचारक और समाजसेवी नानाजी देशमुख की जयंती पर राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूरल डेवलपमेंट पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डेवलपमेंट देश के आखिरी छोड़ तक पहुंचाना जरूरी है। कार्यक्रम में मोदी ने देशवासियों से अपील की कि वह इस बार दिवाली पर दीये गांव के कुम्हार से खरीदें, उनके घर भी खुशी आ जाएगी।

जयप्रकाश जी को बचाने के लिए नानाजी ने खाई थी चोट

इस दौरान मोदी ने नानाजी देशमुख के काम और उनसे जुड़े कुछ किस्से भी सुनाए। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी के आंदोलन की डोर को जयप्रकाश (जेपी) और नानाजी ने संभाला था। पीएम ने कहा, जब जय प्रकाश जी करप्शन के खिलाफ जंग लड़ रहे थे, तो दिल्ली की सल्तनत में खलबली मच गई। उन्हें रोकने के लिए षड्यंत्र होते थे। एक बार जयप्रकाश जी पर एक सार्वजनिक प्रोग्राम में बहुत बड़ा हमला हुआ। नानाजी बगल में खड़े थे, जिन्होंने उस हमले को झेल लिया। इस दौरान उनके हाथ की हड्डियां टूट गई, लेकिन उन्होंने जयप्रकाश जी को बचा लिया था।

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बता दें कि नानाजी देशमुख का जन्म आज ही यानी 11 अक्टूबर को साल 1916 में हुआ था और उन्हें भारत सरकार ने सामाजिक कार्यों के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।

 गांवों और शहरों को मिले समान सुविधाएं

कार्यक्रम में पीएम मोदी बोले, गांव का विकास कैसे हो इसके लिए सरकार गंभीर है। हमारा प्रयास है कि गांव की अपनी जो शक्ति है, सबसे पहले उसी को जोड़ते हुए विकास का मॉडल बनाया जाए। जो सुविधाएं शहर में हैं वैसी अगर हम गांव में दे दें तो एक क्वालिटी ऑफ लाइफ में बदलाव आएगा और लोगों को गांव में रहने के लिए प्रेरित करेगा। इस दौरान उन्होंने देशवासियों से अपील भी की कि वह इस बार दिवाली पर दीये गांव के कुम्हार से खरीदें, उनके घर भी खुशी आ जाएगी।

पीम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र तभी सफल है जब जनभागीदारी से विकास हो और सरकार के साथ जनता का संवाद हो। जिन राज्यों में ज्यादा गरीबी है वहां पर मनरेगा का काम कम हो रहा है। जिन राज्यों में सुशासन है वहां ज्यादा काम होता है। अब मोबाइल ऐप 'दिशा' से हर व्यक्ति ऊपर तक अपनी बात पहुंचा सकता है।

गांव में विकास का मॉडल बनाएं

नरेंद्र मोदी ने कहा, हमारा प्रयास है कि गांव की अपनी जो शक्ति है, जो सामर्थ्य है सबसे पहले उसी को जोड़ते हुए विकास का मॉडल बनाएं। आने वाले दिनों में रूरल डेवलपमेंट को हम जितनी तेजी से ले जाना चाहते हैं, हम डेवलपमेंट करना चाहें तो इतने से बात पूरी नहीं होती। अगर हम हर काम समय सीमा में करें, हम अपनी योजनाओं को शत-प्रतिशत लागू करें, तो चीजें तेजी से होंगी।

'दिशा' डैशबोर्ड पोर्टल को लॉन्च

साथ ही, इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति के तहत ऑनलाइन 'दिशा' डैशबोर्ड पोर्टल को लॉन्च किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम संवाद मोबाइल एप भी लॉन्च किया जो किसी भी स्थान/गांव की सरकारी योजना के बारे में जानकारी देता है।

नानाजी देशमुख पर डाक टिकट का लोकार्पण

अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने नानाजी देशमुख प्लांट फिनोमिक्स केंद्र का उद्घाटन किया और साथ ही नानाजी देशमुख पर डाक टिकट का लोकार्पण किया। यह डाक टिकट पांच रूपये कीमत का जारी किया गया है।

गांव में हर सुविधा की दिशा में सरकार काम कर रही है’

प्रधानमंत्री ने कहा, '2022 जब हम आजादी के 75 साल मनाएंगे, तब तक हमारे गांव के लोगों को वो हर सुविधा उपलब्ध हो, जो शहर के लोगो को मिलती है। इस दिशा में सरकार काम कर रही है।' उन्होंने कहा  कि देश के पास संसाधनो की कोई कमी नही है, बस ग्रामीण विकास के लिए गुड गवर्नेस जरूरी है। मोदी ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प के साथ हमारी सरकार काम कर रही है।

कौन थे नानाजी देशमुख?

मोदी सरकार नानाजी देशमुख की जन्मशती जयंती मना रही है। उनका पूरा नाम चंडिकादास अमृतराव देशमुख था। उनका जन्म 11 अक्टूबर 1916 को हुआ था। रूरल इकोनॉमी को सुधारने और सोशल वर्क के लिए उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। नानाजी ने अपने काम का सेंटर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित चित्रकूट को बनाया था। नानाजी ने चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय की स्थापना भी की थी, जो देश की पहली रूरल यूनिवर्सिटी थी। उनका निधन 27 फरवरी 2010 को हुआ था। उन्होंने अपना शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दिया था।

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TAGS: PM Modi, Nanaji Deshmukh, birth centenary celebrations, New Delhi
OUTLOOK 11 October, 2017
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