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08 October 2016

प्रसव के वक्त साथ रह सकेंगी बर्थ कंपेनियन

बच्चे को जन्म देते वक्त किसी भी महिला को चिकित्सा सुविधाओं के साथ परिवार के किसी सदस्य की हिम्मत भी दवा की तरह काम करती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रसव के दौरान बर्थ कंपेनियन यानी जन्म के वक्त साथ को मंजूरी दी है। इस बर्थ कंपेनियन में वही महिलाएं प्रसव के वक्त साथ रह सकेंगी जिन्हें प्रसव और शिशु जन्म के मामले में अनुभव होगा। बर्थ कंपेनियन प्रसव के दौरान होने वाली मां को भावनात्मक समर्थन देने के साथ मां और शिशु का खयाल भी रखेंगी। इस प्रस्ताव पर इसी साल फरवरी में मुहर लगी थी। अब इसके आदेश की प्रतियां सभी राज्यों के सरकारी और निजी अस्पतालों को भेजी जा रही हैं। ताकि साथ आने वाली महिला को जानकारी दी जा सके और ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इस योजना का लाभ उठाएं। 

यह योजना सरकारी के साथ निजी अस्पतालों के लिए भी लागू होगी। बर्थ कंपनेनियन बनने वाली महिला को लेबर रूम में जाने से पहले अपनी सफाई का खयाल रखना होगा, अस्पताल द्वारा दिए गए कपड़े पहनने होंगे। महिला चिकित्सक को टोकेगीं नहीं और बिना समझे हंगामा नहीं करेंगी। डॉक्टर खुद भी मानते हैं कि यदि प्रसव के वक्त परिवार की कोई महिला हो तो महिला को संबल मिलता है और वह घबराती नहीं है। किसी के करीब होने के अहसास से हार्मोन रीलिज होते हैं और नार्मल डिलीवरी की संभावना बढ़ जाती है।

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TAGS: health ministry, birth companions, स्वास्थ्य मंत्रालय, बर्थ कंपेनियन
OUTLOOK 08 October, 2016
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