Advertisement
03 November 2016

अन्नकूट का बासी भोजन खाने से एक श्रद्धालु की मौत, 200 से अधिक बीमार

गूगल - प्रतीकात्मक फोटो

उनके साथ आए अन्य लोगों ने कृष्णकांत का पोस्टमॉर्टम कराए बिना ही अंतिम संस्कार भी कर दिया। उप जिलाधिकारी एमपी सिंह ने बताया अहोई अष्टमी से कार्तिक पूर्णिमा तक ब्रज में वास करने के इरादे से इन दिनों राधाकुण्ड व गोवर्धन में हजारों की संख्या में पश्चिम बंगाल से तीर्थयात्री यहां आए हुए हैं जो गोवर्धन एवं राधाकुण्ड की परिक्रमा करते हैं।

उन्होंने बताया कि परिक्रमा के बीच ही ये लोग जहां भी, जिस भण्डारे में भोजन वितरण हो रहा होता है, वहीं से प्रसाद रूप में भोजन ले लेकर खा लेते हैं। ऐसे में ही कहीं कोई दूषित पदार्थ उनके भोजन में मिलने की आशंका है जिससे बड़ी संख्या में ये बीमार पड़ गए। एसडीएम ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तीन चिकित्सकों की टीमों को उपचार में लगाया गया जिन्होंने दो सौ से अधिक मरीजों का उपचार किया।

इनमें से दो दर्जन मरीजों को राधाकुण्ड के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां एक मरीज अरुण मंडल की हालत गंभीर होने पर उसे बीती रात 11 बजे सरकारी एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया है।

Advertisement

मथुरा के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विवेक मिश्रा ने तीर्थयात्रियों के खराब भोजन खाने के कारण बीमार पड़ने की पुष्टि करते हुए बताया कि इसका कारण इन लोगों द्वारा गौड़ीय मठ आश्रम में अन्नकूट का प्रसाद खाना बताया गया है जो दो दिन पूर्व गोवर्धन पूजा के अवसर पर तैयार किया गया था। उन्होंने बताया कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। स्वास्थ्य विभाग की एक विशेष टीम आज राधाकुण्ड भेजी गई है जो वहां भर्ती तथा उल्टी एवं दस्त जैसी समस्या से ग्रस्त सभी मरीजों का परीक्षण कर उपचार कर रही है।

भर्ती किए गए तीर्थयात्रियों में प्रद्युम्न उड़ीसा, राधे पश्चिम बंगाल, नारायण दास, दीनबंधु, अरुण मंडल, शर्मिला दासी, अरविंद कुमार, लक्खी, सर्विला, सुरेश आदि शामिल हैं। इनके अलावा भी कई अन्य श्रद्धालु राधाकुण्ड, गोवर्धन एवं वृन्दावन के अस्पतालों में भर्ती किए गए हैं।

भाषा 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
OUTLOOK 03 November, 2016
Advertisement