Advertisement
06 September 2022

रामकमल मुखर्जी की 'नटी बिनोदिनी' बनी अदाकारा रुक्मणी मैत्रा

बंगाल रंगमंच की दिग्गज अदाकारा बिनोदिनी दासी की जीवनी पर आधारित फिल्म 'नटी बिनोदिनी' का निर्माण शैलेन्द्र कुमार, सूरज शर्मा और प्रतीक चक्रवर्ती करने जा रहे हैं। यह बायोपिक देव इंटरटेनमेंट वेंचर की प्रस्तुति होगी। 

 

शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर फिल्म निर्देशक राम कमल मुखर्जी ने अपनी बहुचर्चित बायोपिक 'बिनोदिनी एकती नातिर उपाख्यान' के मुख्य कलाकारों की घोषणा की। बंगाल की जानी मानी अदाकारा रुक्मिणी मैत्रा इस बहुप्रतीक्षित भूमिका को रुपहले पर्दे पर निभाएंगी। फिल्म के निर्माताओं ने फिल्म का पोस्टर जारी कर दिया है, जिसमें रुक्मणी मैत्रा श्री चैतन्य महाप्रभु की भूमिका में नजर आ रही हैं। इस भूमिका को बिनोदिनी दासी ने रंगमंच पर निभाया था। रंगमंच पर निभाई इस भूमिका को बिनोदिनी दासी ने नए मुकाम पर पहुंचाया था।एकता भट्टाचार्य ने मोशन पोस्टर का डिजाइन बनाया है। नील ने मीडिया और दर्शकों के लिए म्यूजिक कंपोज किया है।

Advertisement

 

फिल्म का निर्माण मुम्बई बेस्ड प्रोडक्शन हाउस प्रमोद फिल्म्स, एस एस वन एंटरटेनमेंट और पी के एंटरटेनमेंट, ऐसोर्ट मोशन पिक्चर्स के सहयोग से किया जा रहा है। कहानी, पटकथा, संवाद प्रियंका पोद्दार ने लिखा है। उनका कहना है कि वह हमेशा से चाहती थीं कि बंगाल के दर्शकों के लिए एक बेहतरीन और दिल छू लेने वाली कहानी लिखें। उन्हें इस संगीतमय फ़िल्म के लिए, पिछले दो साल से अच्छे बजट की प्रतीक्षा थी। इस समय उनके साथ केवल रुक्मणी मित्रा का ही साथ और विश्वास था। उन्होंने 'सीजन ग्रीटिंग' और 'एक दुआ' में काम को देखा और सराहा था। उन्हे विश्वास था कि बंगाली दिग्गज अभिनेत्री बिनोदिनी दास के सफर और दर्द को बखूबी एक सूत्र में पिरो सकती हैं।

 

बॉलीवुड फिल्म निर्देशक रामकमल मुखर्जी का कहना है कि रुक्मणी मैत्रा का बिनोदिनी के रूप में चयन करके उन्हें बहुत हर्ष हो रहा है। पिछले दो वर्षों से रुक्मणी मौन रहकर फिल्म से जुड़ी हैं और इसमें अभिनय कर रही है। उन्होंने गुजरे दौर के भारतीय क्लासिकल डांस को सीखकर और उस काल में स्त्रियों की दशा और उनकी सामाजिक स्थिति के बारे में पुस्तकों से पढ़कर अध्ययन किया है। रामकमल ने कहा कि वह जानते थे कि यह कहानी अलग विषय और दृष्टिकोण पर है लेकिन उन्होंने बिना किसी सवाल के रुक्मणी पर पूर्ण विश्वास कर, यह काम अपने हाथों में लिया। 

 

 

 

रुक्मणी मैत्रा का कहना है कि गत दो वर्षों में कोरोना महामारी ने पूरे परिदृश्य को बदल दिया है। इससे मनोरंजन उद्योग को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। लेकिन इस फिल्म को बनाने वाले एक प्रतिष्ठित बैनर और निर्माता और खासकर बोर्ड में देव के आने से यह फिल्म वास्तव में एक नया आयाम बनाएगी। इस बायोपिक का फिल्मांकन सिनेमैटोग्राफर मोधुरा पालित द्वारा बंगाल और बनारस की खूबसूरत जगहों पर किया जाएगा और फिल्म अगले साल पोइला बैशाक (बंगाली न्यू ईयर) में रिलीज होगी। चूंकि यह एक पीरियड ड्रामा है इसलिए निर्माताओं को प्राचीन कालीन दृश्य को फिर से बनाने के लिए पर्याप्त समय की आवश्यकता होगी। 

 

 

बंगाल के सुपरस्टार देव ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि राम कमल मुखर्जी एक विशेष व्यक्तित्व के धनी और प्रतिभाशाली फिल्म निर्माता हैं। उन्हें यह ज्ञात नहीं था कि रुक्मिणी इस फिल्म से जुड़ी हुई हैं। फिल्म के टीज़र पोस्टर साझा होने पर उन्हें इसके बारे में जानकारी मिली। बिनोदिनी दासी जैसे अद्भुत विषय पर फिल्म को बनाने के लिए रामकमल मुखर्जी का आभार है।हम इन दिनों ऐसी फिल्में नहीं बनाते हैं और ऐसी फिल्मों को बनाने में समय लगता है। रामकमल ने नाटी बिनोदिनी जैसे संवेदनशील विषयों को छूने का साहस किया, जो सराहनीय है। देव ने कहा कि उन्हें यकीन है कि रुक्मिणी और राम कमल पर्दे पर जादू अवश्य बिखेरेंगे।

 

मुम्बई के प्रमोद फिल्म्स और दिग्गज फिल्म निर्माता प्रमोद चक्रवर्ती के पोते प्रतीक चक्रवर्ती का कहना है कि वह फिल्म की कहानी और टीज़र से बेहद प्रभावित हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि यह प्रोजेक्ट बंगाली फिल्म्स इंडस्ट्री के लिए गेम चेंजर साबित होगा। रुक्मणी मैत्रा का जानदार अभिनय बिनोदिनी दास के चरित्र को जीवंत बना देगा। एक टीज़र शूट के लिए चरित्र को जीवंत करना, पूरी यूनिट की दक्षता के बारे में बहुत कुछ कहता है। चूंकि हमने भारतीय सिनेमा में निर्माता के रूप में 60 शानदार वर्ष पूरे किए हैं, इसलिए हमने रचनात्मक रूप से संतोषजनक और व्यावसायिक रूप से आशाजनक इस विषय पर साथ काम करने के लिए सोचा है। 

 

एस एस वन एंटरटेनमेंट के शैलेंद्र कुमार कहते हैं कि कोलकाता और बंगाल के साथ उनका व्यक्तिगत संबंध है। चूंकि वह एक गायक और संगीतकार हैं, इसलिए वह हमेशा बंगाली कला और साहित्य के प्रशंसक रहे हैं। उन्होंने निर्देशक राम कमल मुखर्जी के निर्देशन में उनकी पहली फिल्म 'केकवॉक' देखी। उसके बाद से वह राम कमल से जुड़े। उन्हें मालूम था कि वह पिछले दो वर्षों से नाटी बिनोदिनी बनाना चाहते थे। शैलेंद्र कुमार ने कहा कि जब राम कमल ने कहानी सुनाई और रुक्मणी की चैतन्य महाप्रभु के रूप में छवि महसूस हुई तो उन्हें पूरा विश्वास हो गया कि यह फिल्म बेहद खास होगी।

 

पी के इंटरटेनमेंट के युवा निर्माता सूरज शर्मा ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि फिल्म निर्माताओं ने रिस्क लेकर इस प्राचीन अनकही कहानी को बताया है। सूरज शर्मा ने कहा कि उन्होंने बिनोदिनी एकती नातीर उपाख्यान को सुना है और महसूस किया है कि इसकी भावना सभी महिलाओं के साथ जुड़ेंगी, जिन्होंने इस पुरूष प्रधान समाज में उत्पीड़न को झेला है। मेकर्स द्वारा फिल्म के कलाकारों और टेक्निशियन का चयन किया जा रहा है। गिरीश घोष, अमृतलाल, रामकृष्णा, कुमार बहादुर और रंगा बाबू जैसे पात्रों के लिए योग्य कलाकार की चयन प्रक्रिया भी जारी है।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Rukamani maitra, ramkamal mukherji, binodani das, Bengali movie, entertainment Hindi news, Indian cinema
OUTLOOK 06 September, 2022
Advertisement