एयरटेल जीरो प्लान से गोल हुई फ्लिपकार्ट
देश की सबसे बड़ी ई-रिटेलर कंपनी फ्लिपकार्ट को भी अब अहसास हो गया है कि इस देश में नेट न्यूट्रिलिटी के खिलाफ जाकर कारोबार करना नामुमकिन है। फ्लिपकार्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हम इंटरनेट की वजह से ही आज इस मुकाम पर हैं और नेट न्यूट्रिलिटी में हमारा पूरा विश्वास है। पिछले कुछ दिनों से इस मुद्दे पर काफी बहस हुई है जिससे हम इसके परिणामों पर सकारात्मक रुख अपना रहे हैं।
उधर, शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे ने भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) को पत्र लिखकर नेट न्यूट्रिलिटी खत्म न करने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि इन कोशिशों से लोगों का आक्रोश भड़केगा और डिजीटल रूप से आगे बढ़ रहे देश को नुकसान पहुंचेगा। नेट न्यूट्रिलिटी सिद्धांत के तहत इंटरनेट सर्विस प्रदाताओं (आईएसपी) को अपने नेटवर्क पर सभी ट्रैफिक से एक समान रूप से निपटना होता है। इसका मतलब है कि यूजर की पहुंच सभी बेबसाइटों तक समान स्पीड और कीमत पर होनी चाहिए। इस पर किसी भी बेबसाइट को अतिरिक्त प्राथमिकता नहीं दी जाएगी।