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28 October 2015

राशन की सूची में किताबें

सुपर बाजार से सामान खरीदना हमेशा से सुविधाजनक रहा है। एक ही छत के नीचे सभी सामान मिलने के बीच यदि मनपसंद किताबें भी मिल जाएं तो इससे अच्छी कोई बात हो ही नहीं सकती। चूंकि गृहस्थी का सामान किताबों से हमेशा से ही जरूरी होता है सो इस सामान के बीच किताबें हमेशा से ही दूसरे क्रम पर चली जाती हैं। किताबें खरीदने की चाह जरूर है पर उन्हें खोजने की जद्दोजहद कौन करे। इसलिए कई बार पढ़ने की इच्छा होने के बावजूद किताबें घर तक नहीं आ पातीं।

पुस्तक प्रेमियों की इसी परेशानी को दूर करने के लिए राजकमल प्रकाशन ने हर जगह किताबें ही उपलब्ध करा दी हैं। अब लगभग हर डिपार्टमेंटल स्टोर में राजकमल प्रकाशन की किताबें मिला करेंगी। जैविक उत्पादों के नामचीन ब्रांड सन एग्रीफ्रेश के साथ मिलकर उनके डिपार्टमेंटल स्टोर्स में अपनी पाठकप्रिय किताबों की बडी रेंज को शामिल करने का फैसला राजकमल प्रकाशन ने किया है। खाने की शु़द्ध चीजों के साथ शानदार साहित्य का मेल।

राजकमल प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड के ब्रांड एंड मार्केटिंग विभाग के निदेशक अलिंद महेश्वरी ने कहा, सन एग्रीफ्रेश के 10 स्टोर्स में राजकमल प्रकाशन समूह की पुस्तकें उपलब्ध कराई जा रही हैं। इनमें पूर्वी दिल्ली में विवेक विहार, मयूर विहार फेज 2  और यमुना विहार, दक्षिणी दिल्ली के सफदरगंज एनक्लेव, हेमकुंट ग्रेटर कैलाश 1 सहित ईस्ट आफ कैलाश, जनकपुरी, सरस्वती विहार स्थित सन एग्रीफ्रेश के सुपर बाजार में हमारे बुकशेल्फ लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, यह साहित्य की दुनिया में बिलकुल अलग तरह का प्रयोग है।

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राजकमल प्रकाशन समूह के बुकशेल्फ में हर आयु वर्ग के लोगों की रूचियों का ध्यान रखा गया है। ज्ञान, मनोरंजन और जीवन के लिए उपयोगी हर किस्म की किताबें पुस्तक प्रेमियों को इन बुक शेल्फ में मिलेंगी। इनमें मुंशी प्रेमचंद, बाबा नागार्जुन, राही मासूम रजा, मनोहर श्याम जोशी से लेकर गुलजार, जावेद अख्तर, काशीनाथ सिंह, राजेश जोशी समेत तमाम बड़े-बड़े नामों की रचनाएं शामिल होंगी।

जिस तरह डिपार्टमेंटल स्टोर में अन्य वस्तुओं की खरीद पर विशेष छूट दी जाती है उसी तरह यहां से किताबें खरीदने पर भी साहित्य प्रेमियों को विशेष छूट दी जाएगी। त्योहार के मौके पर पुस्तकों का अनमोल तोहफा भी दिया जा सकता है। सन एग्रीफेश इन्डस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के  प्रबंध निदेशक नीलेश सिंह ने भी इसे अनूठी शुरुआत बताया। दीपक ने बताया, ग्राहकों की जरूरतों पर रिसर्च करने के दौरान उन्होंने पाया कि कुछ लोगों ने सर्वे के दौरान रोजमर्रा में जरूरत की चीजों में किताबों को भी शामिल किया था। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने राजकमल प्रकाशन के साथ अपने स्टोर्स में किताबों को शामिल करने का एक करार किया है। शुरूआत में हमने 10 स्टोर्स को शामिल किया है।  जल्द ही हम पूरी दिल्ली में फैले अन्य 70 स्टोर्स को भी इस योजना से जोडेंगे।

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TAGS: books, departmental store, rajkamal prakashan, किताबें, डिपार्टमेंटल स्टोर, राजकमल प्रकाशन
OUTLOOK 28 October, 2015
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